बाइक से सड़क पार कर रहे एक युवक को रौंग साइड से जा रहे बालू लदे ट्रक ने कुचला
कोईलवर थाना क्षेत्र के आरा-छपरा फोरलेन पर अवस्थित चंदा मोड़ के समीप सोमवार की सुबह 10बजे के करीब बालू लदे ट्रक ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया। जिससे उसकी दर्दनाक मौत घटनास्थल पर ही हो गई। घटना से आक्रोशित लोगों ने लगभग तीन घंटे सड़क जाम कर दिया। मृतक बीरबहादुर राय था जो छोटका चंदा निवासी स्व. कुलदीप राय का 35 पुत्र था। वे अपने घर से किसी काम को लेकर कोईलवर की तरफ जा रहे था। घटना में ट्रक चालक बीरबहादुर राय को कुछ दूरी तक घसीटते हुए ले गया। ट्रक के अगले पिछले चक्का में शव फंसने के कारण लोगों ने हो-हल्ला किया। इस बिच ट्रक ड्राइवर ट्रक छोड़ फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने ट्रक को कब्जे में ले लिया। पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत कुमार सिंह, थानाध्यक्ष नरोतम चंद्र सहित काफी संख्या में पुलिस बल पहुंची। घटना के संबंध में बताया गया कि बीरबहादुर राय अपने घर से बाइक से किसी काम को लेकर कोईलवर जा रहा था। इसी बिच आरा-छपरा फोरलेन पर अवस्थित चंदा मोड़ के समीप सड़क पार करने के क्रम में रौंग साइड से तेज गति में आ रही बालू लदे ट्रक ने बाइक पर सवार बीरबहादुर राय को कुचलते हुये लगभग 100 मीटर घसीट दिया। जिससे उसके सर धड़ से अलग हो गया व शरीर ट्रक के पिछले चक्का में फंस गया। बीरबहादुर की मौत घटना स्थल पर ही हो गया। इस दौरान लोग आक्रोशित हो चंदा मोड़ के पास फोरलेन सड़क पर टायर जला अगजनी करते हुये को जाम कर प्रदर्शन करने लगे। करीब तीन घंटे तक सड़क जाम रहा। इस दौरान नेशनल हाइवे 922 पर भी मनभावन होटल के पास बालू लदे ट्रकों का हवा खोलकर सड़क जाम कर दिया। हलाकि जाम की सुचना मिलते ही एसडीएम पुलिस बल के साथ पहुंचकर नेशनल हाइवे से जाम को छुड़वाई।
तीन भाइयों में सबसे बड़ा था मृतक
मृतक बीर बहादुर यादव तीन भाइयों में सबसे बड़ा था जो घर पर ही रहकर मजदूरी करता था। वहीं मृतक के दो पुत्र बिट्टू कुमार (12 वर्ष) व करण कुमार(10 वर्ष) हैं। घटना के बाद मृतक की पत्नी बबीता देवी और मां इंद्रपातो देवी का रो रो कर बुरा हाल था।
लोगों ने कहा सड़क पार करने के लिए जरूरी है फ्लाई ओवर
घटना के बाद गुस्साएं लोगों ने सड़क पार करने के लिए प्रशासन के सामने फ्लाई ओवर बनाने की मांग की। साथ ही एक आवेदन पत्र मुखिया, प्रखण्ड पदाधिकारी, जिलाधिकारी और आरा सांसद सुदामा प्रसाद को सौंपने की बात कहीं। लोगों ने बताया कि झलकू नगर के पास फोरलेन बनने तक दर्जनों मौतें और सैकड़ों छोटी-मोटी हादसे हो चुके हैं। कालांतर में इसको गंभीर से नहीं लिया गया तो हर बार यह आंकड़ा बढ़ता रहेगा। जिसको लेकर चिंतन और आवश्यक कदम जरूरी है।
दर्जनों गांव जाने के लिए झलकू नगर का एक ही रास्ता
कोईलवर नगर पंचायत के वार्ड संख्या 1 से लेकर छोटका चंदा, बड़का चंदा, काजीचक, पचैना, धरमपुर, मथुरापुर, बभनौली सहित बड़हरा प्रखण्ड जाने के लिए झलकू नगर लिंक सड़क सबसे सुरक्षित सड़क है। लोग फोरलेन और ट्रैफिक से बचने के लिए इसी सड़क का उपयोग करते हैं। कोईलवर नगर पंचायत, एनएच 922, चंदा और छपरा को जोड़ने वाली सड़क होने से यह सड़क बहुत ही व्यस्त रहता है जिससे दुर्घटना के ज्यादातर मामले आते रहते हैं।
गोलंबर नहीं होने से बढ़ रहे हैं झलकू नगर में सड़क हादसे
मनभावन से झलकू नगर सड़क एक सीध में है और झलकू नगर मोड़ पर कोईलवर नगर पंचायत, छोटका चंदा, बड़का चंदा, नया हरिपुर, काजीचक, कटकैरा जैसे गांव आते हैं। गांव के समीप ही एनएच 922 से आरा-छपरा फोरलेन जुड़ती है और कई लिंक रोड जुड़ते हैं। जिससे इस सड़क पर दबाव ज्यादा है। गोलंबर नहीं होने से दिन में भी सड़क पार करना मुश्किल हो जाता है। कारण कोईलवर से बबुरा जाने के क्रम में झलकू नगर होते हुए फोरलेन सड़क पकड़ना पड़ता है। ऐसे में मनभावन की ओर से तेज गति से आ रहे वाहन के साथ टक्कर होने होने की संभावना बढ़ जाती है। या फिर बबुरा की ओर से आ रही वाहन का सामने से टक्कर होने की संभवाना बनी रहती है। इस बाबत थानाध्यक्ष ने बताया कि सड़क के बीच में डिवाइडर का टूट जाने से और मिट्टी का भराव नहीं होने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गया है। कई चालक डिवाइडर पार कर सड़क पार करते हैं। जिससे सड़क दुर्घटना जैसे मामले बढ़ रहे हैं।
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