शनिवार की देर रात से नए अस्पताल की सेवाएं शुरू, मरीज सहित कर्मी भी खुश
कोईलवर: प्रखण्ड के कोईलवर में अवस्थित नए सीएचसी अस्पताल का शनिवार की देर रात से सेवाएं शुरू कर दी गई। जिससे इलाज के लिए आए मरीजों को बेहतर सेवा मिला। आपके पसंदीदा अखबार दैनिक भास्कर ने अस्पताल के उद्घाटन के बावजूद सेवाएं शुरू नहीं होने से इसको प्राथमिकता से 7 नवंबर को प्रकाशित किया था। जिसके प्रभाव से अस्पताल में बीते शुक्रवार से ही कोईलवर प्रखण्ड परिसर ने चल रहे अस्पताल के सभी तकनीकी मशीनें और आवश्यक समानों को नए अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। शनिवार को सुबह से ही सभी मशीन, बेड, कागजात, रोस्टर का काम निपटाकर शाम को सभी कर्मी अपने-अपने कार्य में लग गए। विगत शनिवार रात एक प्रसूति महिला ने नए भवन में एक स्वास्थ्य बच्चे को जन्म दिया।
मिलेंगी ये सभी सुविधाएं
कोईलवर अवस्थित अस्पताल को तोड़ कर नया भवन बन कर तैयार होकर आमजनों के लिए सेवा शुरू कर दिया गया है। नए साल के मार्च महीने में बिहार सरकार द्वारा बिहार के मरीजों के लिए नई सौगात के रूप में मिली। आने वाले मरीजों को एक से बढ़कर एक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
कोईलवर नगर पंचायत में अवस्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड करके नई सुविधाओं को जोड़कर और पहले से ज्यादा एडवांस बनाया गया है। पहले कुल 8 ही बेड थे। अब 8 से बढ़कर 30 बेड कर दिया गया है। कुल 7 करोड़ की लागत से बना यह अस्पताल नई तकनीकों से लैस है। इसमें चिकित्सकों की संख्या और स्टॉफ की भी संख्या को भी बढ़ाया गया है।
कोईलवर पीएचसी अस्पताल के प्रभारी उमेश कुमार सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा इस फैसले से कोईलवर और आसपास के लोगों को काफी फायदा होगा। कोईलवर मानसिक आरोग्यशाला, कोईलवर ब्लॉक, कोईलवर थाना, कोईलवर नगर पंचायत, कोईलवर स्टेशन आदि होने से और बगल से ही 922 राष्ट्रीय मार्ग होने से कोईलवर पीएचसी अस्पताल पर दबाव ज्यादा था। बेड और सुविधाओं की कमी होने से ज्यादातर मरीजों से प्राथमिक उपचार के बाद जिला सदर अस्पताल भेजना पड़ता था। जिसमें कुछ रोगी गम्भीर होते थें। लेकिन कोईलवर पीएचसी के अपग्रेडेशन से मरीजों के लिए कारगर साबित हो रहा है।
बता दें हर कोई अस्पताल जाना नही चाहता लेकिन अगर उसकी नौबत आती है तो सुविधाओं के कारण लोगों को निजी अस्पताल में मोटी रकम जैसे खर्चे बच जाएंगे।
कोईलवर पीएचसी के अपग्रेडेशन से पहले से अधिक सुविधाएं उपलब्ध है। जिसमें बेड की संख्या 30 है। रोस्टर अनुसार प्रत्येक दिन स्पेशलिस्ट चिकित्सक मौजूद होंगें। ऑपेरशन में प्रयुक्त होने वाले नवीन तकनीकी का प्रयोग हुआ है। ऑक्सीजन का प्रचुर उपलब्धता है। दिव्यांग और चलने में असमर्थ मरीजों के लिए व्हील चेयर के पथ भी मौजूद है। हर फ्लोर पर शौचालय सहित पीने के पानी लगाएं गए हैं। वाहनों के लिए अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई है
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